उसका हल कुछ खोज ले जो मन पर है बोझ
तज कर सारा आवरण मार बैठकर मौज.
मर बैठकर मौज उलझना ठीक नहीं है.
जीवन को बे अंत समझना ठीक नहीं है.
जो कुछ मिलता है उसका उपयोग किये जा.
प्याला अनहद प्रभु प्रेम का सदा पीये जा.
सहदेव समर्पित

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